कोलाहल अब है, श्वेत कपोत के गगन में, कोलाहल अब है, श्वेत कपोत के गगन में,
ऐ ज़िंदगी तू क्या है, आ कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर लू; ऐ ज़िंदगी तू क्या है, आ कुछ लफ़्ज़ों में बयां कर लू;
जरूर सब कुछ पाने के लिए मेहनत काम करनी पड़ती है, कोशिश करो तो कभी हार नहीं है , कुछ जरूर सब कुछ पाने के लिए मेहनत काम करनी पड़ती है, कोशिश करो तो कभी हार नहीं...
कुछ खट्टी कुछ मीठी सी जिंदगानी हमारी कुछ तेरी कुछ मेरी बनती कहानी हमारी कुछ खट्टी कुछ मीठी सी जिंदगानी हमारी कुछ तेरी कुछ मेरी बनती कहानी हमारी
कुछ घुटन-सी है सीने में..तनहा शायर हूं कुछ घुटन-सी है सीने में..तनहा शायर हूं
कुछ अलफ़ाज़ ज़िन्दगी के नाम कुछ अलफ़ाज़ ज़िन्दगी के नाम